श्रीमदभगवतगीता का गर्भवती के लिए महत्व... श्लोक उच्चारण का महत्व शास्त्रों में ऐसा वर्णित है और वैज्ञानिकों ने भी इसे
आत्म साक्षात्कार का अर्थ क्या है ? साक्षात्कार का मतलब है पूर्ण विश्रांति, पूर्व है ज्ञान, पूर्ण शांति, पूर्ण उपलब्धि
अद्भुत विद्या प्राप्ति के लिए विद्या लाभ योग 2022 ‘ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं वागवादिनी सरस्वती मम जिव्हाग्रे वद वद
आधुनिक विज्ञान ने भी स्वीकारा... हमारे ऋषि-मुनियों ने खोज करके अनादिकाल से यह बताया हुआ है कि बच्चे को गर्भावस्था
'भारतीय शास्त्रीय संगीत' शास्त्रीय संगीत और दूसरे संगीत में क्या फर्क है? योग शास्त्र में कहा जाता है – नाद
परदुःखकातरता व सच्चाई गाँधी जी का बाल्यकाल बड़ा ही प्रेरणादायक रहा है। उनके जीवन में बचपन से लेकर अंतिम क्षणों
विचारशक्ति की गरिमा किसान अपने खेत में उत्तम प्रकार की फसल पैदा करने के लिए रात-दिन मेहनत करता है। वर्षा
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कोरोना वायरस से गर्भवती की सुरक्षा कोरोना वायरस से ग्रस्त व्यक्ति जो खांसी करता है या नाक के द्वारा बूंदों
शिशु की सुरक्षा के लिए रक्षा-कवच माता यदि गर्भकाल में रक्षा-कवच (आध्यात्मिक तरंगों का आभामंडल) बनाती है तो उस पर
गर्भस्थ शिशु पर संस्कारों का प्रभाव गर्भावस्था में शिशु व माता का बहुत ही प्रगाढ़ संबंध होता है । माता

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गर्भस्थ शिशु को सुसंस्कारी बनाने तथा उसके उचित पालन-पोषण की जानकारी देने हेतु पूज्य संत श्री आशारामजी बापू द्वारा प्रेरित महिला उत्थान मंडल द्वारा लोकहितार्थ दिव्य शिशु संस्कार अभियान प्रारंभ किया गया है ।